यह तो हम सभी जानते ही हैं की श्री कृष्ण स्वयं विष्णु के अवतार थे | स्वाभाविक है की उनके पास बहुत सी दैवीय शक्तियां भी थी जो एक आम मनुष्य कभी पा नही सकता | उन्ही शक्तियों में से एक शक्ति का नाम है सुदर्शन चक्र (Sudarshan Chakra) | यह शस्त्र के बारे में कहा जाता है की यह अचूक था और यदि इसे एक बार संधान किया जाये, तो बिना अपने लक्ष्य का विनाश कर नहीं आता | किंतु क्या आपने सोचा है की इतना शक्तिशाली शस्त्र श्री कृष्ण के पास आया हाँ से | किसने उन्हें यह शस्त्र दिया था | चलिए जानते हैं |
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कैसे प्राप्त हुआ सुदर्शन चक्र ? How Krishna got Sudarshan Chakra?
जब श्री कृष्ण अपनी बाल अवस्था में महर्षि संदीपनी के गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण कर थे | आज के समय में यह आश्रम मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है | तब शिक्षा पूर्ण होने के पश्चात स्वयं भगवान परशुराम उस गुरुकुल में पधारे और श्री कृष्ण को वह सुदर्शन चक्र दिया |

क्योंकि श्री कृष्ण को अपने भविष्य में बहुत से अधर्मियों और पापियों का सर्वनाश करना था, इसीलिए उन्हें सुदर्शन चक्र की आवश्यकता थी | इसी चक्र से श्री कृष्ण ने नरेश शिशुपाल का वध भी किया था, जिसकी 100 गलतियाँ क्षमा करने का वचन दिया था | शिशुपाल श्री कृष्णा की ही बुआ का पुत्र था |
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कैसे बना सुदर्शन चक्र? How was Sudarshan Chakra made?
कईं पुरानों और कहानियों में सुर्शन चक्र की उत्पत्ति का उल्लेख अत है | किंतु कोई भी ठोस तथ्य न होने के कारन सुर्शन चक्र की उत्पत्ति का राज़ अभी उजागर नहीं हुआ है | कहीं बताया गया है की इसे स्वयं भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक दैत्यों की तिगडी को का वध कर बनाया है | कहीं से पता चलता है की भगवान विश्वकर्मा के द्वारा सूरज के तेज से निर्मित तीन चीज़ों में से सुदर्शन चक्र है | लेकिन यह तथ्य बिलकुल सत्य है की, श्री कृष्ण सुदर्शन चक्र धारण करते थे जिससे उन्होंने कईं अधर्मियों को का सर्वनाश किया था |